कोरोना के डर से लोग घरों में बंद, सभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं ठप; शॉपिंग मॉल्स और होटलों में एक साथ ज्यादा लोगों की एंट्री पर बैन
वुहान से दैनिक भास्कर के लिए सुसान हान. कोरानावायरस चीन में भयावह रुख अख्तियार कर चुका है। नेशनल हेल्थ कमीशन ने शनिवार को बताया कि कोरोनावायरस से जूझ रहे मरीजों की संख्या 79,521 पहुंच गई है। देशभर में 427 नए केस सामने आए हैं। शुक्रवार को 47 और लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई। इनमें से 45 मौतें हुबेई प्रांत में हुई हैं। इसके साथ ही मौतों का कुल आंकड़ा 2,835 पहुंच गया है। 2,885 लोगों की अस्पताल से छुट्टी की गई है। हुबेई प्रांत की आबादी 5.5 करोड़ है। वहीं, जिस वुहान से कोरोनावायरस शुरू हुआ था, वहां की आबादी 1 करोड़ के आसपास है।
कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा चीन का हुबेई प्रांत प्रभावित है। यहां सरकार ने स्थानीय स्तर पर लोगों को 3 ग्रुप में बांट रखा है। पहले ग्रुप में वे परिवार रखे गए हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है। दूसरे में वे लोग हैं, जो बीच की स्थिति में हैं और तीसरे ग्रुप में ऐसे लोग हैं, जिन्हें सबसे कम खतरा है। इनके ट्रेवल, रहने की जगह, संपर्क और सेहत की स्थिति की पूरी निगरानी सरकार कर रही है। इन ग्रुप पर नियंत्रण रखने के लिए प्रशासन कई तरह के तरीके अपना रहा है।
वुहान चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी है, कोरोनावायरस सबसे पहले यहीं से शुरू हुआ और वायरस से सबसे ज्यादा यही शहर प्रभावित है। यहां के लोगों को कहीं भी आने-जाने पर रोक है। उन शहरों में जहां पर रोक नहीं है, वहां हर नागरिक को कहीं से आने के बाद 14 दिन तक अन्य लोगों से अलग रखा जा रहा है।
एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, स्कूल...सब बंद
क्लीनिक और अस्पतालों में बुखार पीड़ित मरीजों की लगातार जांच-पड़ताल हो रही है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों को फौरन भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। स्थानीय लोग घरों में बंद होकर रह गए हैं। वुहान में सरकार ने सभी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बंद किया हुआ है। इनमें सिटी बसें, फेरी सेवा और मेट्रो शामिल हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन बंद हैं। स्कूलों में स्प्रिंग सेमेस्टर की पढ़ाई को इस महामारी पर काबू पाने तक स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, हुबेई प्रांत के हाई स्कूलों और मिडिल स्कूलों के सीनियर स्टूडेंट्स को स्प्रिंग सेमेस्टर की पढ़ाई के लिए अलग-अलग समय चुनने के लिए कहा गया है। वहीं, मार्केट्स, शॉपिंग मॉल्स और होटलों में ज्यादा लोगों के आने पर रोक लगी हुई है। जिम, कॉन्फ्रेंस हाॅल और एग्जिबिशन सेंटर को अस्थाई अस्पतालों में बदल दिया गया है। इनमें उन मरीजों की देखरेख की जा रही है, जिनमें कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
देशभर से 41,600 स्वास्थ्यकर्मी हुबेई प्रांत भेजे गए हैं
कारखानों में बहुत तेजी के साथ जरूरी मास्क, मेडिकल सुरक्षा के सूट और अन्य सामान तैयार किया जा रहे हैं। डॉक्टर इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी दवा, थेरैपी और वैक्सीन बनाने के लिए ताबड़तोड़ मेहनत कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी लोगों के प्रयासों से इस बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिली है। पूरे देश में कोरोनावायरस को रोकने के लिए एक साथ कई और कदम उठाए गए हैं। देश भर से 330 से मेडिकल टीमों को हुबेई में भेजा गया है, इनमें मिलिट्री और सिविल डिपार्टमेंट के 41,600 कर्मी शामिल हैं।
कम्युनिटी सर्विस, सोशल मीडिया मैसेज और फोन कॉल के जरिए घर पहुंच रहा रोजमर्रा का सामान
हुबेई प्रांत की सरकार लोगों को आधुनिक सूचना तकनीक अपनाने के लिए उनका हौसला बढ़ाने में जुटी है। इसके तहत लोगों को रोजमर्रा के जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए लोकल कम्युनिटी ने शॉपिंग सर्विस शुरू की है। इसके लिए स्थानीय नागरिकाें को सिर्फ इस सर्विस के वीचैट ग्रुप में मैसेज भेजने और कॉल करने की जरूरत होती है। कम्युनिटी सर्विस का स्टाफ दो सुपर मार्केट्स से लोगों को उनके घर जाकर सामान उपलब्ध करवाने का काम कर रहाहै।
सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए रिकॉर्ड समय में अस्पताल बनाए
कोरोना के पनपने के साथ ही स्थिति पर काबू पाने के लिए हुबेई प्रांत में काफी कम समय में सरकार द्वारा मेडिकल टीमें, सप्लाई, डोनेशन और फंड की व्यवस्था कर दी गई थी। पूरे देश से हजारों की संख्या में स्वास्थ्यकर्मी इस लड़ाई के खिलाफ लड़ रहे हैं। एक साथ हजारों मरीजों का इलाज हो सके, इसलिए रिकॉर्ड समय में अस्पताल बनाए गए हैं। चीन सरकार भी इस पूरे मसले पर बहुत ही साफगोई तरीके से काम कर रही है। सरकार की ओर से रोजाना प्रेस ब्रीफिंग और अन्य देशों की सरकारों के साथ जानकारी साझा की जा रही है।
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